Shayari मेरे दीवानगी का खबर जान लेने के बाद भी अनजान बनती हो पछताओगी जिस दिन तुम्हारी गलियों में आना-जाना छोड़ देंगे तुम्हारे प्यार से अपनी मुकद्दर बदल गई अब किसी और चीज की इच्छा नहीं है जिंदगी खुशियों से भर गई है Shayari
Hindi shayari | shayari sangrah